Prayers
कुँवारी मरियम से ’’स्मरण कर’’ प्रार्थना
हे अत्यन्त धर्मिष्ठ कुँवारी मरियम ! स्मरण कर कि आज तक यह कभी सुनने में नहीं आया कि तेरा कोई भी शरणागत तुझ से सहायता माँगकर तथा परमेश्वर के पास तेरी प्रार्थना की मदद चाहकर तुझ से अनसुना छूट गया हो। हे कुँवारियों में श्रेष्ठ कुँवारी ! हे मेरी माता ! इसी विश्वास को लेकर मैं तेरी शरण में दौड़ा आया हूँ। मैं शोकपूर्ण पापी तेरे सम्मुख उपस्थित हूँ। हे परमेश्वर की माता ! मेरी प्रार्थना अनसुनी न करना, किन्तु कृपा करके उस पर ध्यान देना। आमेन।
Prayers
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- प्रेरितों का धर्मसार
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- विश्वास की विनती
- प्रेम की विनती
- भरोसे की विनती
- दूत–संवाद
- स्वर्ग की रानी
- याद कर विनती
- पवित्र आत्मा से प्रार्थना
- पछतावे की विनती
- भोजन के पहले की विनती
- भोजन के बाद की विनती
- तेरी शरण
- आसीसी के सन्त फ्रांसिस की प्रार्थना
- मिशन के लिए विनती
- कुँवारी मरियम से ’’स्मरण कर’’ प्रार्थना
- सन्त यूसुफ़ से पवित्र कलीसिया के लिए विनती
- मृतकों के लिए प्रार्थना
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