1 और यदि कोई साझी होकर ऐसा पाप करे कि शपय खिलाकर पूछने पर भी, कि क्या तू ने यह सुना अयवा जानता है, और वह बात प्रगट न करे, तो उसको अपके अधर्म का भार उठाना पकेगा।
2 और यदि कोई किसी अशुद्ध वस्तु को अज्ञानता से छू ले, तो चाहे वह अशुद्ध बनैले पशु की, चाहे अशुद्ध रेंगनेवाले जीव-जन्तु की लोय हो, तो वह अशुद्ध होकर दोषी ठहरेगा।
3 और यदि कोई मनुष्य किसी अशुद्ध वस्तु को अज्ञानता से छू ले, चाहे वह अशुद्ध वस्तु किसी भी प्रकार की क्योंन हो जिस से लोग अशुद्ध हो जाते हैं तो जब वह उस बात को जान लेगा तब वह दोषी ठहरेगा।
4 और यदि कोई बुरा वा भला करने को बिना सोचे समझे शपय खाए, चाहे किसी प्रकार की बात वह बिना सोचे विचारे शपय खाकर कहे, तो ऐसी बात में वह दोषी उस समय ठहरेगा जब उसे मालूम हो जाएगा।
5 और जब वह इन बातोंमें से किसी भी बात में दोषी हो, तब जिस विषय में उस ने पाप किया हो वह उसको मान ले,
6 और वह यहोवा के साम्हने अपना दोषबलि ले आए, अर्यात् उस पाप के कारण वह एक भेड़ वा बकरी पापबलि करने के लिथे ले आए; तब याजक उस पाप के विषय उसके लिथे प्रायश्चित्त करे।
7 और यदि उसे भेड़ वा बकरी देने की सामर्य्य न हो, तो अपके पाप के कारण दो पंडुकी वा कबूतरी के दो बच्चे दोषबलि चढ़ाने के लिथे यहोवा के पास ले आए, उन में से एक तो पापबलि के लिथे और दूसरा होमबलि के लिथे।
8 और वह उनको याजक के पास ले आए, और याजक पापबलिवाले को पहिले चढ़ाए, और उसका सिर गले से मरोड़ डाले, पर अलग न करे,
9 और वह पापबलिपशु के लोहू में से कुछ वेदी की अलंग पर छिड़के, और जो लोहू शेष रहे वह वेदी के पाए पर गिराया जाए; वह तो पापबलि ठहरेगा।
10 और दूसरे पक्की को वह विधी के अनुसार होमबलि करे, और याजक उसके पाप का प्रायश्चित्त करे, और तब वह झमा किया जाएगा।।
11 और यदि वह दो पंडुकी वा कबूतरी के दो बच्चे भी न दे सके, तो वह अपके पाप के कारण अपना चढ़ावा एपा का दसवां भाग मैदा पापबलि करके ले आए;
12 वह उसको याजक के पास ले जाए, और याजक उस में से अपक्की मुट्ठी भर स्मरण दिलानेवाला भाग जानकर वेदी पर यहोवा के हवनोंके ऊपर जलाए; वह तो पापबलि ठहरेगा।
13 और इन बातोंमें से किसी भी बात के विषय में जो कोई पाप करे, याजक उसका प्रायश्चित्त करे, और तब वह पाप झमा किया जाएगा। और इस पापबलि का शेष अन्नबलि के शेष की नाई याजक का ठहरेगा।।
14 फिर यहोवा ने मूसा से कहा,
15 यदि कोई यहोवा की पवित्र की हुई वस्तुओं के विषय में भूल से विश्वासघात करे और पापी ठहरे, तो वह यहोवा के पास एक निर्दोष मेढ़ा दोषबलि के लिथे ले आए; उसका दाम पवित्रस्यान के शेकेल के अनुसार उतने ही शेकेल रूपके का हो जितना याजक ठहराए।
16 और जिस पवित्र वस्तु के विषय उस ने पाप किया हो, उस में वह पांचवां भाग और बढ़ाकर याजक को दे; और याजक दोषबलि का मेढ़ा चढ़ाकर उसके लिथे प्रायश्चित्त करे, तब उसका पाप झमा किया जाएगा।।
17 और यदि कोई ऐसा पाप करे, कि उन कामोंमें से जिन्हें यहोवा ने मना किया है किसी काम को करे, तो चाहे वह उसके अनजाने में हुआ हो, तौभी वह दोषी ठहरेगा, और उसको अपके अधर्म का भार उठाना पकेगा।
18 इसलिथे वह एक निर्दोष मेढ़ा दोषबलि करके याजक के पास ले आए, वह उतने दाम का हो जितना याजक ठहराए, और याजक उसके लिथे उसकी उस भूल का जो उस ने अनजाने में की हो प्रायश्चित्त करे, और वह झमा किया जाएगा।
19 यह दोषबलि ठहरे; क्योंकि वह मनुष्य नि:सन्देह यहोवा के सम्मुख दोषी ठहरेगा।।