1 इसके बहुत दिनोंके बाद, जब यहोवा ने इस्राएलियोंको उनके चारोंओर के शत्रुओं से विश्रम दिया, और यहोशू बूढ़ा और बहुत आयु का हो गया,
2 तब यहोशू सब इस्राएलियोंको, अर्यात् पुरनियों, मुख्य पुरूषों, न्यायियों, और सरदारोंको बुलवाकर कहने लगा, मैं तो अब बूढ़ा और बहुत आयु का हो गया हूं;
3 और तुम ने देखा कि तुम्हारे परमेश्वर यहोवा ने तुम्हारे निमित्त इन सब जातियोंसे क्या क्या किया है, क्योंकि जो तुम्हारी ओर लड़ता आया है वह तुम्हारा परमेश्वर यहोवा है।
4 देखो, मैं ने इन बची हुई जातियोंको चिट्ठी डाल डालकर तुम्हारे गोत्रोंका भाग कर दिया है; और यरदन से लेकर सूर्यास्त की ओर के बड़े समुद्र तक रहनेवाली उन सब जातियोंको भी ऐसा ही दिया है, जिनको मैं ने काट डाला है।
5 और तुम्हारा परमेश्वर यहोवा उनको तुम्हारे साम्हने से उनके देश से निकाल देगा; और तुम अपके परमेश्वर यहोवा के वचन के अनुसार उनके देश के अधिक्कारनेी हो जाओगे।
6 इसलिथे बहुत हियाव बान्धकर, जो कुछ मूसा की व्यवस्या की पुस्तक में लिखा है उसके पूरा करने में चौकसी करना, उस से न तो दाहिने मुड़ना और न बाएं।
7 थे जो जातियां तुम्हारे बीच रह गई हैं इनके बीच न जाना, और न इनके देवताओं के नामोंकी चर्चा करना, और न उनकी शपय खिलाना, और न उनकी उपासना करना, और न उनको दण्डवत् करना,
8 परन्तु जैसे आज के दिन तक तुम अपके परमेश्वर यहोवा की भक्ति में लवलीन रहते हो, वैसे ही रहा करना।
9 यहोवा ने तुम्हारे साम्हने से बड़ी बड़ी और बलवन्त जतियां निकाली हैं; और तुम्हारे साम्हने आज के दिन तक कोई ठहर नहीं सका।
10 तुम में से एक मनुष्य हजार मनुष्योंको भगाएगा, क्योंकि तुम्हारा परमेश्वर यहोवा अपके वचन के अनुसार तुम्हारी ओर से लड़ता है।
11 इसलिथे अपके परमेश्वर यहोवा से प्रेम रखने की पूरी चौकसी करना।
12 क्योंकि यदि तुम किसी रीति यहोवा से फिरकर इन जातियोंके बाकी लोगोंसे मिलने लगो जो तुम्हारे बीच बचे हुए रहते थें, और इन से ब्याह शादी करके इनके साय समधियाना रिश्ता जोड़ो,
13 तो निश्चय जान लो कि आगे को तुम्हारा परमेश्वर यहोवा इन जातियोंको तुम्हारे सामहने से नहीं निकालेगा; और थे तुम्हारे लिथे जाल और फंदे, और तुम्हारे पांजरोंके लिथे कोड़े, और तुम्हारी आंखोंमें कांटे ठहरेगी, और अन्त में तुम इस अच्छी भूमि पर से जो तुम्हारे परमेश्वर यहोवा ने तुम्हें दी है नष्ट हो जाओगे।
14 सुनो, मैं तो अब सब संसारियोंकी गति पर जानेवाला हूं, और तुम सब अपके अपके ह्रृदय और मन में जानते हो, कि जितनी भलाई की बातें हमारे परमेश्वर यहोवा ने हमारे विषय में कहीं उन में से एक भी बिना पूरी हुए नहीं रही।
15 तो जैसे तुम्हारे परमेश्वर यहोवा की कही हुई सब भलाई की बातें तुम पर घटी है, वैसे ही यहोवा विपत्ति की सब बातें भी तुम पर घटाते घटाते तुम को इस अच्छी भूमि के ऊपर से, जिसे तुम्हारे परमेश्वर यहोवा ने तुम्हें दिया है, सत्यानाश कर डालेगा।
16 जब तुम उस वाचा को, जिसे तुम्हारे परमेश्वर यहोवा ने तुम को आज्ञा देकर अपके साय बन्घाया है, उल्लंघन करके पराथे देवताओं की उपासना और उनको दण्डवत् करने लगो, तब यहोवा का कोप तुम पर भड़केगा, और तुम इस अच्छे देश में से जिसे उस ने तुम को दिया है शीघ्र नाश जो जाओगे।।