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यिर्मयाह - Chapter 43

1 जब यिर्मयाह उनके परमेश्वर यहोवा के वे सब वचन कह चुका, जिनके कहने के लिथे उस ने उसको उन सब लोगोंके पास भेजा या, 
2 तब होशाया के पुत्र अजर्याह और कारेह के पुत्र योहानान और सब अभिमानी पुरुषोंने यिर्मयाह से कहा, तू फूठ बोलता है। हमारे परमेश्वर यहोवा ने तुझे यह कहने के लिथे नहीं भेजा कि मिस्र में रहने के लिथे मत जाओ; 
3 परन्तु नेरिय्याह का पुत्र बारूक तुझ को हमारे विरुद्व उसकाता है कि हम कसदियोंके हाथ में पकें और वे हम को मार डालें वा बंधुआ करके बाबुल को ले जाएं। 
4 सो कारेह का पुत्र योहानान और दलोंके सब प्रधानोंऔर सब लोगोंने यहोवा की यह आज्ञा न मानी कि वे यहूदा के देश में ही रहें। 
5 और कारेह का पुत्र योहानान और दलोंके और सब प्रधान उन सब यहूदियोंको जो अन्यजातियोंके बीच तितरबितर हो गए थे, और उन में से लौटकर यहूदा देश में रहने लगे थे, वे उनको ले गए-- 
6 पुरुष, स्त्री, बालबच्चे, राजकुमारियां, और जितने प्राणियोंको जल्लादोंके प्रधान नबूजरदान ने गदल्याह को जो अहीकाम का पुत्र और शापान का मोता या, सौंप दिया या, उनको और यिर्मयाह भविष्यद्वक्ता और नेरिय्याह के पुत्र बारूक को वे ले गए; 
7 और यहोवा की आज्ञा न मानकर वे मिस्र देश में तहपन्हेस नगर तक आ गए। 
8 तब यहोवा का यह वचन तहपन्हेस में यिर्मयाह के पास पहुंचा: 
9 अपके हाथ से बड़े पत्यर ले, और यहूदी पुरुषोंके साम्हने उस ईट के चबूतरे में जो तहपन्हेस में फिरौन के भवन के द्वार के पास है, चूना फेर के छिपा दे, 
10 और उन पुरुषोंसे कह, कि इस्राएल का परमेश्वर, सेनाओं का यहोवा, योंकहता है, देखो, मैं बाबुल के राजा अपके सेवक नबूकदनेस्सर को बुलवा भेजूंगा, और वह अपना सिंहासन इन पत्यरोंके ऊपर जो मैं ने छिपा रखे हैं, रखेगा; और अपना छत्र इनके ऊपर तनवाएगा। 
11 वह आके मिस्र देश को मारेगा, तब जो मरनेवाले होंवे मृत्यु के वश में, जो बंधुए होनेवाले होंवे बंधुआई में, और जो तलवार के लिथे हें वे तलवार के वश में कर दिए जाएंगे। 
12 मैं मिस्र के देवालयोंमें आग लगाऊंगा; और वह उन्हें फुंकवा देगा और बंधुआई में ले जाएगा; और जैसा कोई चरवाहा अपना वस्त्र ओढ़ता है, वैसा ही वह मिस्र देश को समेट लेगा; और तब बेखटके चला जाएगा। 
13 वह मिस्र देश के सूर्यगृह के खम्भोंको तुड़वा डालेगा; और मिस्र के देवालयोंको आग लगाकर फूंकवा देगा।