1 हे इस्राएल तेरा रचनेवाला और हे याकूब तेरा सृजनहार यहोवा अब योंकहता है, मत डर, क्योंकि मैं ने तुझे छुड़ा लिया है; मैं ने तुझे नाम लेकर बुलाया है, तू मेरा ही है।
2 जब तू जल में होकर जाए, मैं तेरे संग संग रहूंगा और जब तू नदियोंमें होकर चले, तब वे तुझे न डुबा सकेंगी; जब तू आग में चले तब तुझे आंच न लगेगी, और उसकी लौ तुझे न जला सकेगी।
3 क्योंकि मैं यहोवा तेरा परमेश्वर हूं, इस्राएल का पवित्र मैं तेरा उद्धारकर्ता हूं। तेरी छुड़ौती में मैं मिस्र को और तेरी सन्ती कूश और सबा को देता हूं।
4 मेरी दृष्टि में तू अनमोल और प्रतिष्ठित ठहरा है और मैं तुझ से प्रेम रखता हूं, इस कारण मैं तेरी सन्ती मनुष्योंको और तेरे प्राण के बदले में राज्य राज्य के लोगोंको दे दूंगा।
5 मत डर, क्योंकि मैं तेरे साय हूं; मैं तेरे वंश को पूर्व से ले आऊंगा, और पच्छिम से भी इकट्ठा करूंगा।
6 मैं उत्तर से कहूंगा, दे दे, और दक्खिन से कि रोक मत रख; मेरे पुत्रोंको दूर से और मेरी पुत्रियोंको पृय्वी की छोर से ले आओ;
7 हर एक को जो मेरा कहलाता है, जिसको मैं ने अपक्की महिमा के लिथे सृजा, जिसको मैं ने रचा और बनाया है।।
8 आंख रहते हुए अन्धोंको और कान रहते हुए बहिरोंको निकाल ले आओ!
9 जाति जाति के लोग इकट्ठे किए जाएं और राज्य राज्य के लोग एकत्रित हों। उन में से कौन यह बात बता सकता वा बीती हुई बातें हमें सुना सकता है? वे अपके साझी ले आएं जिस से वे सच्चे ठहरें, वे सुन लें और कहें, यह सत्य है।
10 यहोवा की वाणी है कि तुम मेरे साझी हो और मेरे दास हो, जिन्हें मैं ने इसलिथे चुना है कि समझकर मेरी प्रतीति करो और यह जान लो कि मैं वही हूं। मुझ से पहिले कोई ईश्वर न हुआ और न मेरे बाद कोई होगा।
11 मैं ही यहोवा हूं और मुझे छोड़ कोई उद्धारकर्ता नहीं।
12 मैं ही ने समाचार दिया और उद्धार किया और वर्णन भी किया, जब तुम्हारे बीच में कोई पराया देवता न या; इसलिथे तुम ही मेरे साझी हो, यहोवा की यह वाणी है।
13 मैं ही ईश्वर हूं और भविष्य में भी मैं ही हूं; मेरे हाथ से कोई छुड़ा न सकेगा; जब मैं काम करना चाहूं तब कौन मुझे रोक सकेगा।।
14 तुम्हारा छुड़ानेवाला और इस्राएल का पवित्र यहोवा योंकहता है, तुम्हारे निमित्त मैं ने बाबुल को भेजा है, और उसके सब रहनेवालोंको भगोड़ोंकी दशा में और कसदियोंको भी उन्हीं के जहाजोंपर चढ़ाकर ले आऊंगा जिन के विषय वे बड़ा बोल बोलते हैं।
15 मैं यहोवा तुम्हारा पवित्र, इस्राएल का सृजनहार, तुम्हारा राजा हूं।
16 यहोवा जो समुद्र में मार्ग और प्रचण्ड धारा में पय बनाता है,
17 जो रयोंऔर घोड़ोंको और शूरवीरोंसमेत सेना को निकाल लाता है, (वे तो एक संग वहीं रह गए और फिर नहीं उठ सकते, वे बुफ गए, वे सन की बत्ती की नाईं बुफ गए हैं।) वह योंकहता है,
18 अब बीती हुई घटनाओं का स्मरण मत करो, न प्राचीनकाल की बातोंपर मन लगाओ।
19 देखो, मैं एक नई बात करता हूं; वह अभी प्रगट होगी, क्या तुम उस से अनजान रहोगे? मैं जंगल में एक मार्ग बनाऊंगा और निर्जल देश में नदियां बहाऊंगा।
20 गीदड़ और शुतर्मुर्ग आदि जंगली जन्तु मेरी महिमा करेंगे; क्योंकि मैं अपक्की चुनी हुई प्रजा के पीने के लिथे जंगल में जल और निर्जल देश में नदियां बहाऊंगा।
21 इस प्रजा को मैं ने अपके लिथे बनाया है कि वे मेरा गुणानुवाद करें।।
22 तौभी हे याकूब, तू ने मुझ से प्रार्यना नहीं की; वरन हे इस्राएल तू मुझ से उकता गया है!
23 मेरे लिथे होमबलि करने को तू मेम्ने नहीं लाया और न मेलबलि चढ़ाकर मेरी महिमा की है। देख, मैं ने अन्नबलि चढ़ाने की कठिन सेवा तुझ से नहीं कराई, न तुझ से धूप लेकर तुझे यका दिया है।
24 तू मेरे लिथे सुगन्धित नरकट रूपऐ से मोल नहीं लाया और न मेलबलियोंकी चर्बी से मुझे तृप्त किया। परन्तु तू ने अपके पापोंके कारण मुझ पर बोफ लाट दिया है, और अपके अधर्म के कामोंसे मुझे यका दिया है।।
25 मैं वही हूं जो अपके नाम के निमित्त तेरे अपराधोंको मिटा देता हूं और तेरे पापोंको स्मरण न करूंगा।
26 मुझे स्मरण करो, हम आपस में विवाद करें; तू अपक्की बात का वर्णन कर जिस से तू निर्दोष ठहरे।
27 तेरा मूलपुरूष पापी हुआ और जो जो मेरे और तुम्हारे बीच बिचवई हुए, वे मुझ से बलवा करते चले आए हैं।
28 इस कारण मैं ने पवित्रस्यान के हाकिमोंको अपवित्र ठहराया, मैं ने याकूब को सत्यानाश और इस्राएल को निन्दित होने दिया है।।