1 तुम्हारी माता का त्यागपत्र कहां है? जिसे मैं ने उसे त्यागते समय दिया या? या मैं ने किस व्योपारी के हाथ तुम्हें बेचा? यहोवा योंकहता है, सुनो, तुम अपके ही अधर्म के कामोंके कारण बिक गए, और तुम्होर ही अपराधोंके कारण तुम्हारी माता छोड़ दी गई।
2 इसका क्या कारण है कि जब मैं आया तब कोई न मिला? और जब मैं ने पुकारा, तब कोई न बोला? क्या मेरा हाथ ऐसा छोटा हो गया है कि छुड़ा नहीं सकता? क्या मुझ में उद्धार करने की शक्ति नहीं? देखो, मै एक धमकी से समुद्र को सुखा देता हूं, मैं महानदोंको रेगिस्यान बना देता हूं, उनकी मछलियां जल बिना मर जाती और बसाती हैं।
3 मैं आकाश को मानो शोक का काला कपड़ा पहिनाता, और टाट को उनका ओढ़ना बना देता हूं।।
4 प्रभु यहोवा ने मुझे सीखनेवालोंकी जीभ दी है कि मैं यके हुए को अपके वचन के द्वारा संभालना जानूं। भोर को वह नित मुझे जगाता और मेरा कान खोलता है कि मैं शिष्य के समान सुनूं।
5 प्रभु यहोवा ने मेरा कान खोला है, और मैं ने विरोध न किया, न पीछे हटा।
6 मैं ने मारनेवालोंको अपक्की पीठ और गलमोछ नोचनेवालोंकी ओर अपके गाल किए; अपमानित होने और यूकने से मैं ने मुंह न छिपाया।।
7 क्योंकि प्रभु यहोवा मेरी सहाथता करता है, इस कारण मैं ने संकोच नहीं किया; वरन अपना माया चकमक की नाईं कड़ा किया क्योंकि मुझे निश्चय या कि मुझे लज्जित होना न पकेगा।
8 जो मुझे धर्मी ठहराता है वह मेरे निकट है। मेरे साय कौन मुकद्दमा करेगा? हम आमने-साम्हने खड़े हों। मेरा विरोधी कौन है? वह मेरे निकट आए।
9 सुनो, प्रभु यहोवा मेरी सहाथता करता है; मुझे कौन दोषी ठहरा कसेगा? देखो, वे सब कपके के समान पुराने हो जाएंगे; उनको कीड़े खा जाएंगे।।
10 तुम में से कौन है जो यहोवा का भय मानता और उसके दास की बातें सुनता है, जो अन्धिक्कारने में चलता हो और उसके पास ज्योति न हो? वह यहोवा के नाम का भरोसा रखे, और अपके परमेश्वर पर आशा लगाए रहे।
11 देखो, तुम सब जो आग जलाते और अग्निबाणोंको कमर में बान्धते हो! तुम सब अपक्की जलाई हुई आग में और अपके जलाए हुए अग्निबाणोंके बीच आप ही चलो। तुम्हारी यह दशा मेरी ही ओर से होगी, तुम सन्ताप में पके रहोगे।।