1 हे स्वर्ग में विराजमान मैं अपक्की आंखें तेरी ओर लगाता हूं!
2 देख, जैसे दासोंकी आंखें अपके स्वामियोंके हाथ की ओर, और जैसे दासियोंकी आंखें अपक्की स्वामिनी के हाथ की ओर लगी रहती है, वैसे ही हमारी आंखें हमारे परमेश्वर यहोवा की ओर उस समय तक लगी रहेंगी, जब तक वह हम पर अनुग्रह न करे।।
3 हम पर अनुग्रह कर, हे यहोवा, हम पर अनुग्रह कर, क्योंकि हम अपमान से बहुत ही भर गए हैं।
4 हमारा जीव सुखी लोगोंके ठट्ठोंसे, और अहंकारियोंके अपमान से बहुत ही भर गया है।।