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भजन संहिता - Chapter 139

1 हे यहोवा, तू ने मुझे जांच कर जान लिया है।। 
2 तू मेरा उठना बैठना जानता है; और मेरे विचारोंको दूर ही से समझ लेता है। 
3 मेरे चलने और लेटने की तू भली भांति छानबीन करता है, और मेरी पूरी चालचलन का भेद जानता है। 
4 हे यहोवा, मेरे मुंह में ऐसी कोई बात नहीं जिसे तू पूरी रीति से न जानता हो। 
5 तू ने मुझे आगे पीछे घेर रखा है, और अपना हाथ मुझ पर रखे रहता है। 
6 यह ज्ञान मेरे लिथे बहुत कठिन है; यह गम्भीर और मेरी समझ से बाहर है।। 
7 मैं तेरे आत्मा से भागकर किधर जाऊं? वा तेरे साम्हने से किधर भागूं? 
8 यदि मैं आकाश पर चढूं, तो तू वहां है! यदि मैं अपना बिछौना अधोलोक में बिछाऊं तो वहां भी तू है! 
9 यदि मैं भोर की किरणोंपर चढ़कर समुद्र के पार जा बसूं, 
10 तो वहां भी तू अपके हाथ से मेरी अगुवाई करेगा, और अपके दहिने हाथ से मुझे पकड़े रहेगा। 
11 यदि मैं कहूं कि अन्धकार में तो मैं छिप जाऊंगा, और मेरे चारोंओर का उजियाला रात का अन्धेरा हो जाएगा, 
12 तौभी अन्धकार तुझ से न छिपाएगा, रात तो दिन के तुल्य प्रकाश देगी; क्योंकि तेरे लिथे अन्धिक्कारनेा और उजियाला दोनोंएक समान हैं।। 
13 मेरे मन का स्वामी तो तू है; तू ने मुझे माता के गर्भ में रचा। 
14 मैं तेरा धन्यवाद करूंगा, इसलिथे कि मैं भयानक और अद्भुत रीति से रचा गया हूं। तेरे काम तो आश्चर्य के हैं, और मैं इसे भली भांति जानता हूं। 
15 जब मैं गुप्त में बनाया जाता, और पृथ्वी के नीचे स्थानोंमें रचा जाता था, तब मेरी हडि्डयां तुझ से छिपी न थीं। 
16 तेरी आंखोंने मेरे बेड़ौल तत्व को देखा; और मेरे सब अंग जो दिन दिन बनते जाते थे वे रचे जाने से पहिले तेरी पुस्तक में लिखे हुए थे। 
17 और मेरे लिथे तो हे ईश्वर, तेरे विचार क्या ही बहुमूल्य हैं! उनकी संख्या का जोड़ कैसा बड़ा है।। 
18 यदि मैं उनको गिनता तो वे बालू के किनकोंसे भी अधिक ठहरते। जब मैं जाग उठता हूं, तब भी तेरे संग रहता हूं।। 
19 हे ईश्वर निश्चय तू दुष्ट को घात करेगा! हे हत्यारों, मुझ से दूर हो जाओ। 
20 क्योंकि वे तेरी चर्चा चतुराई से करते हैं; तेरे द्रोही तेरा नाम झूठी बात पर लेते हैं। 
21 हे यहोवा, क्या मैं तेरे बैरियोंसे बैर न रखूं, और तेरे विरोधियोंसे रूठ न जाऊं? 
22 हां, मैं उन से पूर्ण बैर रखता हूं; मैं उनको अपना शत्रु समझता हूं। 
23 हे ईश्वर, मुझे जांचकर जान ले! मुझे परखकर मेरी चिन्ताओं को जान ले! 
24 और देख कि मुझ में कोई बुरी चाल है कि नहीं, और अनन्त के मार्ग में मेरी अगुवाई कर!